۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
मौलाना कमर गाजी और जकी हसन

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन स्वर्गीय मौलाना सैयद क़मर गाज़ी का निधन एक राष्ट्रीय क्षति है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती।

हौजा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जाफरी ऑब्जर्वर मुंबई के संपादक मौलाना सैयद मोहम्मद जकी हसन ने मौलाना कमर गाजी के निधन पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि मानव अकाल के इस युग मे ज्ञान, कर्म, नैतिकता और चरित्र के पैकरधार्मिक विद्वान मौलाना कमर गाजी का निधन दुखद है।

उन्होंने कहा कि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सैयद कमर गाजी साहिब की मौत एक राष्ट्रीय क्षति है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती थी।

उन्होंने आगे कहा कि हकीर लंबे समय तक क़ुम मे साथ रहा और भारत आने के बाद भी लगातार संपर्क में रहा। मुंबई शहर के बारे में कोई भी खबर सुनना, उसके बारे में विस्तार से पूछताछ करना और एक तिरस्कारपूर्ण व्यक्ति से सच्चाई का पता लगाने के बाद एक सिद्धांत स्थापित करना, जब आपको यह सब याद आता है, तो आपका दिल कमजोर होने लगता है और आप ना चाहते हुए भी मौलाना के बुलंद मकाम और मगफिरत के लिए आपके हाथ उठ जाते हैं। आज मेरे प्यारे भाई मौलाना कमर गाजी साहब को दिंवगत, स्वर्गीय लिखते हुए कलम कांप रहा है।

आपकी उपदेशात्मक सेवाएं और कलमी काविशे हमेशा याद रखी जाएगी। आपके भाषण में आपकी अनूठी विद्वता और शोध शैली को भुलाया नहीं जा सकता। हम अल्लाह तआला से दुआ करते हैं कि वे मृतकों की श्रेणी को ऊंचा करें और सभी शोक संतप्तों को धैर्य प्रदान करें।

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