۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
ہندوستان کے اہل سنت علماء نے امام رضا علیہ السلام کے حرم کی زیارت کا شرف حاصل کیا

हौज़ा/ पैग़ंबरे इस्लाम स.ल.व.ल.और हज़रत इमाम जाफर सादिक अ.स.के जन्मदिन के अवसर पर और हफ्तये वहदत के मौके पर हिंदुस्तान के अहले सुन्नत के उलिमा और धार्मिक नेताओं ने हज़रत इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के रौज़े की ज़ियारत की और अस्ताने कुद्स के विभिन्न सेक्टरों की गतिविधियों को करीब से देखा।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हिंदुस्तान के मशहूर अहले सुन्नत उलिमा और धार्मिक नेताओं ने हज़रत इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के रौज़े की ज़ियारत की उसके बाद वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के संस्थान द्वारा आयोजित हज़रत इमाम अली रज़ा (अ.स.) के दरगाह में हाज़िर हुए

हिंदुस्तान के अहलेसुन्नत उलेमा और धार्मिक नेताओं
को हरमे इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की ज़ियारत
की दावत और उनकी मेज़बानी इस्लामी धर्मों के बीच एकता और एकजुटता और संबंधों के विस्तार और सुदृढ़ीकरण के संदर्भ में हुई।
यह ग्रुप हिंदुस्तान के अलग-अलग अहले सुन्नत उलेमा और धार्मिक नेताओं के साथ आया था जिसमें हिंदुस्तान के लखनऊ में मदरसा सैय्यद अहमद शहीद के संस्थापक मौलाना सैय्यद सलमान नदवी और हैदराबाद के दारुल उलूम मदरसा के प्रमुख मौलाना सनाउल्लाह भी मौजूद थे।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इस्लामिक असेंबली ऑफ रिलिजन ने इन शख्सियतों को एकता सप्ताह के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए ईरान आने के लिए आमंत्रित किया था।

और इस संस्था की मदद से, इन मेहमानों को इमाम रज़ा (अ.स.) के पवित्र दरगाह पर जाने की व्यवस्था की गई थी।
हिंदुस्तान के मशहूर अहले सुन्नत उलिमा और धार्मिक नेताओं ने हज़रत इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के रौज़े कि ज़ियारत कि फिर दरगाह में बने म्यूजियम को भी देखा और अलग-अलग शोबो में जाकर बहुत सारी पुस्तकों को भी देखा और उसकी सराहना की,

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