۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
رہبر انقلاب اسلامی

हौज़ा/पैग़म्बरे इस्लाम के वंशज और आठवें इमाम हज़रत अली रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत की बरसी पर तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आज सुबह मजलिस आयोजित हुई जिसमें इस्लामी क्रान्ति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई ने शिरकत की।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. के वंशज और आठवें इमाम हज़रत अली रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत की बरसी पर तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आज सुबह मजलिस आयोजित हुई जिसमें इस्लामी क्रान्ति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई ने शिरकत की।
इस मजलिस को धर्मगुरू हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन रफ़ीई ने संबोधित किया। उन्होंने अपने अनुयाइयों से इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की अपेक्षाओं के बारे में उनके कथनों व हदीसों का हवाला देते हुए कहाः सारे मामलों में सूझबूझ, मध्यमार्गी रहना यानी विलायत के रास्ते पर चलना और अति से बचना, ज़िन्दगी और समाज में पवित्र क़ुरआन और पैग़म्बरे इस्लाम की सुन्नत को बुनियाद क़रार देना, शरीअत के नियमों का पालन करना और धर्म द्वारा वाजिब किए गए कामों को अंजाम देना वे चीज़ें है जिनकी इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम ने अपने अनुयाइयों से अपेक्षा की है।
अज़ादारी के इस प्रोग्राम में जनाब महेंदी रसूली ने मर्सिया पढ़ा और इमाम रज़ा पर पड़ने वाली मुसीबतों का ज़िक्र किया।

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