हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , लखनऊ , हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. की एकलौती बेटी हज़रत फातेमा ज़हेरा की शहादत की अलग-अलग तारीख बयान की जाती है, हमारे एशिया में 2 तारीख है बहुत मशहूर है, एक 13 जमादिऊल अव्वल और दूसरी तारीख 3 जमादिऊल सानी कि हैं।पहली तारीख के आधार पर विश्वभर में शोक मनाया जाता है और द्वितीय तिथि के अनुसार उच्च स्तर पर सोग मनाया जाता है।
कार्यालय मकसदे हुसैनी कश्मीरी मोहल्ला लखनऊ की ओर से इस साल भी हज़रत फातिमा ज़हेरा स.ल. की शहादत की पहली तारीख के अवसर पर तीन दिवसीय मजलिस का आयोजन किया गया हैं।
कल की मजलिस को हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैय्यद क़ल्बे जवाद नकवी ने संबोधित किया,
मौलाना ने हज़रते ज़हेरा की जिंदगी को महिलाओं के लिए सबसे अच्छा मॉडल बताया मौलाना ने मजलिस के अंत में हज़रत फातिमा जहेरा का मसाएब पढ़कर मजलिस का अंत किया, मजलिस के अंत में तबर्रुक को बांटा गया,
मजलिस में कश्मीर मोमिनीन के अलावा शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जनाब अली हैदर जै़दी साहब मौलाना सरकार हुसैन, मौलाना शबाहत हुसैन रिज़वी, मौलाना डॉ. मंजार अली आराफी आदि ने भाग लिया।