हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हजरत फातिमा मासूमा (स.अ.) की दरगाह मे हजरत फातिमा ज़हरा (स.अ.) की शहादत के अवसर पर ईरान के धार्मिक नगर क़ुम में उर्दू जबान के तीर्थयात्रियों के लिए तीन दिवसीय शोक समारोह आयोजित किया।
इन शोक समारोहों को संबोधित करते हुए, पाकिस्तान के प्रसिद्ध वक्ता हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सैयद शहंशाह नकवी साहिब ने हज़रत फातिमा ज़हरा (स.अ.) के जीवन के विभिन्न बिंदुओ के साथ-साथ हजरत जहरा (स.अ.) के स्थान और गुणो का वर्णन किया।
दुनिया के विभिन्न देशों से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री, विद्वान और छात्र, जो हज़रत फ़ातिमा मासूमा (स.अ.) की दरगाह मे हजरत जहरा (स.अ.) की शहादत के दिनों को मनाने के लिए आए थे, इन सभाओं में शामिल हुए और हज़रत बीबी मासूमा को श्रद्धांजलि दी।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के प्रसिद्ध खतीब हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सैयद शहंशाह नकवी साहिब के अलावा, प्रसिद्ध नौहा पढ़ने वाले मीर हसन मीर, शाहिद बाल्टिस्तानी, इरफान हैदर और विश्व प्रसिद्ध शायर और नाजिम डॉ. नय्यर जलालपुरी सहित प्रसिद्ध मरसिया खान और अन्य कवियों और अंजुमनो ने भी नजराना ए अकीदत पेश किया मौलाना शफी हैदर रिजवी ने निर्देशक की भूमिका निभाई।