हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, फातिमा दिवस का शोक सभा लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों में और जवाद फाउंडेशन द्वारा इसी तरह से आयोजित किया गया था।सभा को संबोधित करते हुए मौलाना सैयद अफाक आलम सिरसिवी ने बीबी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि शहजादी का जीवन दुनिया के सभी लोगों के लिए आदर्श है और हमें उनकी शिक्षाओं और चरित्र को समाज में फैलाना चाहिए।और चरित्र को समाज में लाना चाहिए।
मौलाना सैयद अजीम हुसैन ने इमाम बारगाह सानिया ज़हरा बाला गंज में आज की मजलिस को संबोधित किया और अपने विद्वतापूर्ण विश्लेषण और शोध शैली के माध्यम से बीबी ज़हरा के गुणों और दुखों का वर्णन किया जिसने विश्वासियों की आँखें नम कर दीं।
इस सिलसिले की पहली मजलिस आज कर्बला अब्बास बाग में हुई जिसे मौलाना मजाहिर हुसैन सब्ज़वारी ने संबोधित किया।मौलाना ने कहा कि बीबी ब्रह्मांड में सभी महिलाओं की नेता है। जनाब आजम आजमी साहब मुफ्ती गंज के शोक घर में एक मजलिस का आयोजन किया गया जिसे मौलाना सैयद सिब्त हैदर जैदी ने संबोधित किया।
मौलाना अकील तुराबी साहिब ने मौला अली सरफराज गंज की दरगाह पर मजलिस को संबोधित किया जिसमें सैकड़ों शोक संतप्त बीबी फातिमा ज़हरा (स.अ.) ने भाग लिया और पैगंबर (स.अ.व.व.) की दुखद शहादत को प्रस्तुत किया। उन्होंने कोरोना की स्थिति को देखते हुए पूरी लगन से भाग लिया और इस महामारी के खात्मे की के लिए दुआ भी की।