हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अंजुमने उलेमाये बेरूत ने हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा अलहाज शेख़ लुत्फ़ुल्लाह साफ़ी गुलपायगानी के निधन शोक संदेश जारी करके उन्हें हौज़ाते इल्मिया के स्तंभों में से एक घोषित किया, जिन्होंने ज्ञान और धर्म की सेवा में अपना जीवन बिताया आखिरी उम्र तक दीने इस्लाम की सेवाएं की हैं।
उन्होंने अपने बयान में जारी किया कि हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा साफ़ी गुलपायगानी एक महान व्यक्तित्व और शिक्षक थे जिन्होंने कई लोगों को ज्ञान के आभूषणों से सजाया हैं।
उन्होंने अपने बयान को जारी रखते हुए कहा कि वह हर मैदान में ईरान के इस्लामी क्रांति का समर्थन किया और अपने भाषणों में शाह के खिलाफ स्टैंड लेकर क्रांति का जोरदार समर्थन किया था।
अंजुमने उलेमाये बेरूत ने इस अज़ीम मुसीबत में हम इमामें ज़माना अलैहिस्सलाम की खिदमत में और परिवार वालों की खिदमत में शोक व्यक्त करते हैं।और अल्लाह तआला से दुआ करता हूं कि परिवार वालों को सब्र अता करें और मरहूम की मगफिरत करें और उनके दर जात को बुलंद करें !