हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "अमाली लिलमुफीद" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال امیرالمومنین علیه السلام:
اِعلَمُوا أنَّ عَبدا و إن ضَعُفَتْ حِيلَتُهُ، و وَهَنَتْ مَكِيدَتُهُ أنَّهُ لَن يُنقَصَ مِمّا قَدَّرَ اللّهُ لَهُ، و إن قَوِيَ عَبدٌ في شِدَّةِ الحِيلَةِ و قُوَّةِ المَكِيدَة أنّهُ لن يُزادَ عَلى ما قَدَّرَ اللّهُ لَهُ
इमाम अली (अ.स.) ने कहा:
इस बात से अवगत रहें कि जो कुछ भी अल्लाह ने अपने बंदे के लिए निर्धारित किया है, वह बिना किसी कमी के उस तक पहुंच जाएगा, भले ही वह जीविका पाने के साधन नहीं जानता हो (और उसका हुलिया कारगर न हो) और जितना अल्लाह ने उसके लिए निर्धारित कर रखा है उससे अधिक उस तक नहीं पहुंचेगा भले ही वह बहुत होशियार और चतुर क्यों न हो।
अमाली लिलमुफीद: 207/39