۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
ماه

हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में माहे शाबान का नाम ,,शाबान,, रखने की वजह को बयान किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "सवाबुल अमाल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार हैं।

:قال رسول اللہ صلى ‏الله ‏عليه ‏و ‏آله وسلم

إنَّما سُمِّيَ شَعبانُ لأِنَّهُ يَتَشَعَّبُ فيهِ أرزاقُ المُؤمِنينَ


हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:


माहे शाबान का नाम ,,शाबान,, इसलिए रखा गया है क्योंकि इस महीने में मोमिनीन की रोज़ी तक्सीम होती हैं।
सवाबुल अमाल,पेंज 62

टैग्स

कमेंट

You are replying to: .