۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा/ हज़रत इमाम सादिक़ (अ.स.)ने एक रिवायत में माहे शाबान में दो बा फज़ीलत आमाल कि ओर इशारा किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " इकबालुल आमाल " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الصادق علیہ السلام:

ما أفضَلُ ما يُفعَلُ فيهِ (شَعبانَ)؛ الصَّدَقَةُ و الإستِغفارُ
हज़रत इमाम जाफर सादिक (अ.स.)ने माहे  शाबान  में सर्वश्रेष्ठ आमाल के बारे में एक सवाल के जवाब में फरमाया:
सदक़ा और इस्तेगफार माहें शाबान के अफज़ल तरीन अमल हैं।

इकबालुल आमाल, भाग 3,पेंज 294

टैग्स

कमेंट

You are replying to: .