हौज़ा न्यूज एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "तोहफ उल उकूल" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام المجتبیٰ علیه السلام:
فَاتَّقُوا اللَّهَ عِبَادَ اللَّهِ وَ اعْلَمُوا أَنَّهُ مَنْ يَتَّقِ اللَّهَ يَجْعَلْ لَهُ مَخْرَجاً مِنَ الْفِتَنِ وَ يُسَدِّدْهُ فِي أَمْرِهِ وَ يُهَيِّئْ لَهُ رُشْدَهُ
हज़रत इमाम हसन मुजातबा (अ.स.) ने फ़रमायाः
हे अल्लाह के बंदो! धर्मपरायणता का अभ्यास करो और जानो कि जो कोई भी धर्मपरायणता का अभ्यास करता है, अल्लाह तआला उसे परीक्षणों और क्लेशों से बाहर निकालेगा, और उसे अपने मामलों में सफल होने और उसका मार्गदर्शन करने के लिए साधन प्रदान करेगा।
तोहफ उल उक़ूल, पेज 232