हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, काबुल/अफगानिस्तान में जुमे की नमाज के दौरान एक मस्जिद में भयानक धमाका हुआ।
अफगान मीडिया के अनुसार अफगानिस्तान के हेरात प्रांत के ग़ुजरगाह शहर की मस्जिद में विस्फोट हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप इमाम मौलवी मुजीबुर रहमान अंसारी भी मस्जिद के सामने ही मारे गए ।
रिपोर्ट्स के अनुसार धमाका मस्जिद में हुआ जिसमें दर्जनों लोग मारे गए और घायल हो गए। पश्चिमी अफगान शहर में एक पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, मुजीबुर रहमान अंसारी, तालिबान का एक करीबी मौलवी, उसके अंगरक्षकों और सहयोगियों के एक समूह के साथ मारा गया। वह इस मस्जिद के उपदेशक थे। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस इमाम की मौत की पुष्टि की है।
कुछ सूत्रों ने बताया है कि इस विस्फोट में मरने वालों की संख्या 20 तक है। हेरात में तालिबान गवर्नर के एक प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि विस्फोट एक आत्मघाती हमला था। वहीं आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है।
यह विस्फोट ऐसे समय में हुआ है जब तालिबान का दावा है कि सत्ता में लौटने के बाद से वे अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति में सुधार करने में सफल रहे हैं। फिर भी, कम से कम पिछले महीनों और हफ्तों में, कई हमलों की योजना बनाई गई है और कई बम विस्फोट किए गए हैं।
अफगान सरकार ने इस धार्मिक विद्वान की मौत पर खेद व्यक्त किया है और कहा है कि वह इस कृत्य के दोषियों को ढूंढकर उन्हें सजा देगी।