हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "कंज़ुल उम्माल ,,पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه وآله و سلم
ما ثَبّتَ اللّهُ حُبَّ عليٍّ في قلبِ مؤمنٍ فَزلَّتْ به قدمٌ إلّا ثَبّتَ اللّهُ قَدَما يومَ القيامةِ علَى الصِّراطِ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
जब भी अल्लाह तआला मोमिन के दिल में हज़रत अली अलैहिस्सलाम से इश्क व मोहब्बत करार दें,और उस इश्क व मोहब्बत के बावजूद इसके कदम डगमगा जाए(यानी उससे कोई खता हो जाए)तो अल्लाह तआला कयामत के दिन इस के कदम को( पुल) सिरात पर साबित कदम रखेगा,
कंज़ुल उम्माल,हदीस 33022