۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
रहबर

हौज़ा/आज नसीहत की ज़रूरत हैं,अनैतिकता तंग नज़री, नाउम्मीदी, बदगुमानी, दूसरों के लिए बुरी सोच और चाहत, जलन, कंजूसी और दूसरी अख़लाक़ी बुराइयों से लोगों को दूसरों को दूर करें।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने कहां,आज हमें नसीहत की ज़रूरत है।
समाज में अख़्लाक़ के फलने फूलने के लिए अख़लाक़ के प्रसार के लिए, दीनी समाज में मेलजोल, भाईचारे, अपनाइयत और बंधुत्व के जज़्बे के फैलाव के लिए हमें नसीहत की ज़रूरत है। यह चीज़ हम किससे सीखें?

अख़लाक़ की बुनियादें इमामों के कथनों में हैं उनकी सीरत व चरित्र में हैं हम लोगों को दूसरों का भला चाहने, उम्मीद, सहयोग, सब्र, नर्मी, शुक्र, त्याग और माफ़ी की दावत दें।
और अनैतिकता तंग नज़री, नाउम्मीदी, बदगुमानी, दूसरों के लिए बुरी सोच और चाहत, जलन, कंजूसी और दूसरी अख़लाक़ी बुराइयों से लोगों को दूसरों को दूर करें।

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