हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,बुलंदशहर में मुस्लिम मौलानाओं ने एक नया फरमान सुनाया है उनका कहना है कि अगर मुसलमानों की शादियों में नाच गाना होगा तो उनकी शादियों में निकाह नहीं पढ़ाया जाएगा अगर शादी में DJ बजाया जाएगा तो निकाह नहीं पढ़ा जाएगा।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के काजी ए शहर मौलाना आरिफ ने बताया कि उलेमाओं और इमामों इसका पालन करने के लिए कहा गया है इसका कारण मौलाना ने बताया कि ऐसा फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि इन फिजूल के खर्चों के चलते पैसेवाले लोग तो इसका वहन कर लेते हैं पर जिसके पास संसाधन नहीं है उनको शादी करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि इन आतिशबाजियों और डीजे से लोगों को परेशानी होती है। मौलाना ने बताया कि यह फैसला जनवरी 2023 से लागू कर दिया जाएगा।