हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित हदीस "ग़ेरारुल हिकम" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام العلی علیہ السلام:
اِنَّكَ لَنْ تُدْرِكَ ما تُحِبُّ مِنْ رَبِّكَ اِلاّ بِالصَّبْرِ عَمّا تَشْتَهى
हज़रत इमाम अली (अ) ने फ़रमाया:
जब तक आप अपनी स्वार्थी इच्छाओं के खिलाफ नहीं लड़ेंगे, तब तक आपको अपनी पसंदीदा चीज़ (स्वर्ग) अपने पालनहार से नहीं मिलेगी।
ग़ेरारुल हिकम, 3/3794