हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने कहां,जवान नस्ल का सिलसिला बना रहना चाहिए। अगर मौजूदा रुझान जारी रहा तो मुल्क की आबादी बूढ़ी हो जाएगी। परिवारों को, जवानों को चाहिए कि नस्ल बढ़ाएं।
घरों में बच्चों की तादाद को, जिस शक्ल में इस समय है, उसमें सीमित करना, ग़लती है। यह जवान नस्ल, जो हमारे पास है, अगर इसके सिलसिले को, अगले दस साल, बीस साल और मुल्क के आगे के मरहलों में बाक़ी रख सके, तो मुल्क की सभी मुश्किलों को हल कर देगी
अपनी तैयारी, अपने जोश, शौक़ और सलाहियत से जो ईरानी में है। तो हमारे सामने मुल्क की तरक़्क़ी के लिए कोई बुनियादी मुश्किल नहीं होगी।
इमाम ख़ामेनेई,