हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इमाम जुमआ शहर क़ज़वीन ईरान के इमाम ने अपने शुक्रवार के ख़ुत्बे में इस्लामिक गणराज्य ईरान और सऊदी अरब के बीच समझौते के बारे में बात करते हुए कहा कि राष्ट्र को यह मानना चाहिए कि यह समझौता आदर, और सामर्थ्य और यह विश्वास के द्वारा होता है़ं बल्कि हमने व्यवस्था बदली है और यह समझौता नई परिस्थितियों को देखते हुए अस्तित्व में आया हैं।
इमाम जुमआ क़ज़वीन ने कहां,कि हमने कई वर्षों तक संघर्ष किया शाह के भागने तक जेलों और यातनाओं को सहा और कई शहादतें दीं, हमने सद्दाम की मृत्यु तक युद्ध लड़े, हमने बख्तियार और बानी सद्र के भागने तक प्रतिरोध किया यह सभी अमेरिकी एजेंट थें,
उन्होंने कहा कि पहले हमें अपने दुश्मनों से सालों तक लड़ना पड़ता था, लेकिन अब यह हमारी ताकत का संकेत है कि अमेरिका और उसके एजेंट अलग-अलग नहीं बल्कि एक समूह के रूप में भाग रहे हैं।