हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " मदेनुल जवाहिर व रियाज़तुुल ख्वातर",,पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الباقر علیہ السلام
ما مِنْ خُطْوَةٍ اَحَبُّ [إلَى] اللّه ِ مِنْ خُطْوَتَينِ: خُطْوَةٌ تَشُدُّ صَفّاً فى سَبيلِ اللّه ِ. وَ خُطْوَةٌ إلِى ذى رَحِمٍ قاطِعٍ
हज़रत इमाम मोहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
अल्लाह तआला के नज़दीक इन दो कदमों से पसंदीदा कोई चीज़ नहीं:
(1)जंग में मुजाहिदीन,अल्लाह तआला की राह की सफों को मज़बूत करने के लिए उठाया जाने वाला कदम,
(2) ऐसे आदमी से सीलेह रहमी के लिए बढ़ने वाला कदम कि जिसने कत्य रहमी किया हों,
मदेनुल जवाहिर व रियाज़तुुल ख्वातर,पेंज 27