۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
جشن ازدواج آسان مهدوی ۵۰ زوج جوان در هرمزگان

हौज़ा / जो गरीबी के कारण शादी नहीं करता, उसका अल्लाह और क़ुरआन पर भरोसा कमजोर होता है। रिवायत के अनुसार, जो व्यक्ति गरीबी के कारण शादी नहीं करता, वह अल्लाह में बुरा विश्वास रखता है, जबकि शादी धन के कारणों में से एक है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी

अल्लाह पर किसका ईमान ख़राब है?

مَنْ تَرَكَ التَّزْويجَ مَخافَةَ الْعَيْلَةِ فَقَد اَساءَ ظَنَّهُ بِاللّهِ عَزَّ وَ جَلَّ اِنَّ اللّه عَزَّ وَ جَلَّ يَقولُ: ’’اِن يَكونوا فُقَراءَ يُغْنِهِمُ اللّه مِن فَضلِهِ‘‘۔ मन तराकत तज़्वीजा मख़ाफतल ऐलते फ़क़द असाआ ज़न्नहू बिल्लाहे अज़्ज़ा व जल इन्नल्लाहा अज़्ज़ा व जल यक़ोलोः इय यकूनू फ़ोक़ाराआ युग़निहेमुल्लाहो  मिन फ़ज़्लेह

पैगंबर (स) फरमाते है:

जो व्यक्ति गरीबी के डर से शादी नहीं करता, वह ईश्वर पर अविश्वास करता है, क्योंकि अल्लाह तआला कहता हैं: "यदि वे गरीब हैं, तो अल्लाह उन्हे अपने फ़ज़ल से धनी बना देगा।"

संक्षिप्त विवरण

1- अक्सर हमारे समाज में शादी न करने का कारण और वजह गरीबी होती है।

2- इस्लाम में शादी का मापदंड अमीर या धनवान होना नहीं है, बल्कि धार्मिक, पवित्र और अच्छे संस्कार होना है।

3- जो गरीबी के कारण शादी नहीं करता, उसका अल्लाह और कुरान पर भरोसा कमजोर होता है।

4- रिवायत के अनुसार, जो व्यक्ति गरीबी के कारण शादी नहीं करता, वह अल्लाह में बुरा विश्वास रखता है, जबकि शादी धन के कारणों में से एक है।


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काफ़ी, भाग 5, पेज 330

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