हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, नई दिल्ली / भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आधिकारिक आवास पर भारतीय मुस्लिम समुदाय के प्रमुख धार्मिक नेताओं के साथ एक निजी बैठक की। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी ओर से अजमेर में उर्स के लिए ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के मकबरे के लिए एक चादर भी भेंट की, जिन्हें बड़ी श्रद्धा के साथ क़ब्र पर चढ़ाया जाएगा।
भारत में धार्मिक समूह हैं, ये बहुत बड़े धार्मिक समूह हैं, जिनकी बातो को मुसलमान और दूसरे धर्मो के लोग न केवल अपने घरों और शहरों में, बल्कि पूरे देश में बड़े प्यार से सुनते और मानते हैं। आज इतने सारे धर्म गुरुओं की महामहिम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक सुंदर और बेहतरीन मुलाकात हुई, जिसे प्रधानमंत्री ने खुद ट्विटर पर ट्वीट किया। वर्तमान विद्वानों में डॉ. मौलाना कल्बे रुशैद रिज़वी, जो विशेष रूप से सामाजिक सुधारवादी हैं, बिहार से आते हैं और बिहार समाज में माटी का बेटा के नाम से जाने जाते हैं।
आज के कार्यक्रम में सलमान चिश्ती जी ने (अजमेर दरगाह ) से लाया हुआ प्रसाद पेश किया और पुरानी खूबसूरत पेंटिंग उपहार स्वरूप दी। मौलाना अशरफ अली कछोछवी ने अपनी खुली यादें ताजा कीं। डॉ. मौलाना कल्बे रुशैद रिज़वी से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कई बेहद चर्चित मुद्दो पर चर्चा की और गरीबो के लिए चलाई जा रही कई योजनाओं पर उन्होंने गंभीरता से चर्चा की।
प्रधानमंत्री से निजी मुलाकात में डॉ. रिज़वी ने बताया कि कार्यक्रम में वह कौमी माइनॉरिटी फाउंडेशन के संयोजक सतनाम सिंह सिंधु और मैडम हमानी शुद के साथ थे। प्रधानमंत्री ने खुद दोनों कार्यक्रम देखे थे ! रिज़वी ने कहा कि जब हम श्रीनगर से सीमा के सबसे हरे-भरे हिस्से दारास के पास कारगिल की ओर जा रहे थे, तो हमने एक चाय की दुकान को अपने देश का झंडा लहराते हुए देखा। रिज़वी और सतनाम सिंह सिंधु अपनी कार से उतरे और चाय की दुकान पर यह जानने के लिए गए कि उस पर दबाव है या नहीं। जब रिज़वी ने चाय विक्रेता का अभिवादन किया और पूछा कि क्या उसने भारतीय सेना के दबाव में यह झंडा लगाया है, तो चाय विक्रेता ने कहा कि हमारा नारा भारत है और हमारा झंडा भारत का तिरंगा है। जब रिज़वी ने ये सारी बातें प्रधानमंत्री को बताईं तो मोदी जी ने रिज़वी से कहा, "रिज़वी जी, आप को एक बात बताऊं, इस देश मे एक चाय बेचने वाला हमेशा सच बोलता है, इस पर वहा मौज़ूद सभी धर्मगुरु जोर से हंसने लगे।"
नरेंद्र मोदी जी ने अजमेर शरीफ की दरगाह के लिए एक चादर की और देश मे सबको साथ लेकर चलने की बात कही। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री सुश्री स्मृति ईरानी ने सभी धर्मगुरुओं का बहुत सम्मान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि मुस्लिम समुदाय के लोगों से मुलाकात के दौरान उन्होंने उन्हें एक पवित्र चादर दी, जिसे अजमेर के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के वार्षिक उर्स समारोह के दौरान चढाया जाएगा। आपको बता दें कि पीएम मोदी हर साल उर्स के लिए चादर भेजते हैं। उर्स के महीने में कब्रों को सजाया जाता है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ईरानी स्मृति भी मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ थीं।