۶ تیر ۱۴۰۳ |۱۹ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jun 26, 2024
मौलाना

हौज़ा/हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना मोहम्मद मेराज खान रन्नवी इमामे जुमआ चेन्नई ने माहे रजब की फज़ीलत को बयांन करते हुए आइम्मा मासूमीन अलैहेमुस्सलाम की इताअत और फजीलत बयान करते हुए फरमाया आइम्मा मासूमीन अ.स. की बातों पर अमल करना हयात और निजात का सबब बनता हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना मोहम्मद मेराज खान रन्नवी इमामे जुमआ चेन्नई ने माहे रजब की फज़ीलत को बयांन करते हुए आइम्मा मासूमीन अलैहेमुस्सलाम की इताअत और फजीलत बयान करते हुए फरमाया आइम्मा मासूमीन अ.स. की बातों पर अमल करना हयात और निजात का सबब बनता हैं।

मौलाना ने फरमाया कि उनकी बातों पर अमल न करना हलाकत का सबब बनता हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए इमाम मोहम्मद तकी अलैहिस्सलाम की जिंदगी से एक वाक्या बयान किए एक शख्स ने इमाम मासूम की खिदमत में हाज़िर हुआ उसने कहा मौला मैं सफर पर जाना चाहता हूं।

इमाम अ.ल ने सफर न करने का हुक्म दिया और वह मान गया, और सफर पर नहीं गया लेकिन उसका दोस्त जो उसके साथ सफर पर जाना चाहता था उसने कहा मैंने सफर की पूरी तैयारी कर ली है मैं सफर पर जरूर जाऊंगा वह सफर के लिए निकल गया रास्ते में तूफान आया वह आदमी पूरे सामान के साथ बह गया,मालूम हुआ कि जो आदमी इमाम अ.स. की बात नहीं मानता वह बर्बाद और हलाक हो जाता हैं।

इसी वाक्य के माध्यम से उन्होंने कौम की मिसाल देते हुए फरमाया कि हमको अपनी जिंदगी में इमाम के बताए हुए रास्ते पर चलना चाहिए और अमल करना चाहिए
अंत में उन्होंने तमाम लोगों के लिए दुआ की और दुनिया में सु:ख और शांति के लिए भी दुआ कराई।

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