۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
इत्रे क़ुरआन

हौज़ा / अविश्वास इस लोक और परलोक में दण्ड का कारण है। यहूदियों का हजरत ईसा (अ) का अनुसरण न करना इस दुनिया और उसके बाद में कड़ी सजा का कारण है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी

بسم الله الرحـــمن الرحــــیم   बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम
فَأَمَّا الَّذِينَ كَفَرُوا فَأُعَذِّبُهُمْ عَذَابًا شَدِيدًا فِي الدُّنْيَا وَالْآخِرَةِ وَمَا لَهُم مِّن نَّاصِرِينَ   फ़अम्ल लज़ीना कफरू फ़ओअज़्ज़ेबोहुम अज़ाबन शदीदन फ़िद दुनिया वल आख़ेरते वमा लहुम मिन्न नासेरीन (आले-इमरान, 56)

अनुवाद: और मैं उन लोगों को कड़ी सज़ा दूँगा जिन्होंने इस दुनिया और आख़िरत पर इनकार किया। और उनका कोई सहायक न होगा।

क़ुरआन की तफसीर:

1️⃣ अविश्वास इस लोक और परलोक में दण्ड का कारण है।
2️⃣ यहूदियों द्वारा हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम का अनुसरण न करना इस दुनिया और आख़िरत में कड़ी सज़ा का कारण है।
3️⃣ कयामत के दिन शफ़ाअत करने वाले मौजूद रहेंगे।


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तफ़सीर राहनुमा, सूर ए आले-इमरान

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