۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
کرم

हौज़ा / ऐसी क्रीम या साबुन और इन जैसी दूसरी चीजों का इस्तेमाल करना कि जिम में हराम गोश्त मछली के अज्ज़ा शामिल हो क्या हुक्म रखता है?

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हराम गोश्त जानवर के अज्ज़ा से बनी हुई क्रीम के इस्तेमाल हेतु पूछे गए सवाल का जवाब ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह ख़ामेनई ने दिया है। मसाइल मे दिलचस्पी रखने वालो के लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ प्रस्तुत किया जा रहा है।

सवाल: ऐसी क्रीम या साबुन और इन जैसी दूसरी चीजों का इस्तेमाल करना कि जिम में हराम गोश्त मछली के अज्ज़ा शामिल हो क्या हुक्म रखता है?

जवाब: वह जानवर जो खुने जाहिन्दा नहीं रखता, अगर चे हराम गोश्त हो और इसे शरई तरीके से जिब्हा न किया गया हो, और वह प्रोडक्ट जो उन से बनाए जाते हैं,नजिस नहीं है मगर नमाज़ की हालत में इनका इस्तेमाल जायज़ नहीं है लिहाज़ा अगर आपको मालूम हो कि वह चीज हराम गोश्त जानवर से बनाई गई हैं, तो ज़रूरी है की नमाज़ के लिए ऐसी क्रीम वगैरह को दूर किया जाए और अगर बदन में अवशोषित होने के बाद उसमें कुछ भी नहीं बचता है, तो इसमें कोई हर्ज नहीं है और उस स्थान को धोना ज़रूरी नहीं है।

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