۲۸ شهریور ۱۴۰۳ |۱۴ ربیع‌الاول ۱۴۴۶ | Sep 18, 2024
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हौज़ा / शाहगंज,जौनपुर बड़ागांव में रविवार को जुलूस ए अज़ा बरामद हुआ जुलूस की पहली तकरीर मौलाना सैयद आरज़ू हुसैन आब्दी ने शहीद-ए-कर्बला का मसायब अपने मखसूस अंदाज में बयान किया उसके बाद जुलूस चहार रौज़ा से होता हुआ बड़ा गांव स्थित कर्बला पर जाकर खत्म हुआ।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,शाहगंज,जौनपुर बड़ागांव में रविवार को जुलूस ए अज़ा बरामद हुआ जुलूस की पहली तकरीर मौलाना सैयद आरज़ू हुसैन आब्दी ने शहीद-ए-कर्बला का मसायब अपने मखसूस अंदाज में बयान किया उसके बाद जुलूस चहार रौज़ा से होता हुआ बड़ा गांव स्थित कर्बला पर जाकर खत्म हुआ।

स्थानीय क्षेत्र के बड़ागांव में रविवार को जुलूस-ए अज़ा बरामद किया गया। जुलूस की पहली तकरीर मौलाना सै. आरज़ू हुसैन आब्दी ने शहीद-ए-कर्बला का मसायब अपने मखसूस अंदाज में बयान किया जिसके बाद ऐतिहासिक जुलूस सै. अरशद हुसैन आब्दी के अज़ाखाने से बरामद होकर निर्धारित मार्ग से भ्रमण करता हुआ चहार रौज़ा से होता हुआ बड़ा गांव स्थित करबला पर जाकर संपन्न हुआ।

जुलूस का नेतृत्व डॉ. सैयद अब्बास ज़ैदी द्वारा किया गया। जुलूस में शामिल ताबूत व सबीह की नेक़ाबत सैय्यद परवेज़ मेहंदी, सहर अर्शी व पैगाम सेराज़ी ने संयुक्त रूप से किया जिसका संचालन कल्बे अब्बास व अली गदीरी ने किया।

जुलूस के दौरान अंजुमन नासरुल अज़ा, अंजुमन तमन्ना-ए ज़हरा, अंजुमन करवाने अज़ा, अंजुमन गुन्च-ए-नासरुल अज़ा बड़ागांव व अज़ादारिया हुसैनाबाद, गुलशन-ए अब्बास भादी ने नौहा खानी व सीना ज़नी पेश किया।

इस अवसर पर जफर अब्बास, आले हसन गुल्ला, बबलू, कमर अब्बास, समीम हैदर, वारिस हाशमी, हसन मेंहदी, अज़मे अब्बास, रामदुलारे, मुख्तार काका समेत हजारों जायरीर उपस्थित रहे।

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