हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और अन्य राष्ट्रीय व सामाजिक संगठनों और देश के पीड़ित वकीलों की अपील पर शुक्रवार को शहर और उपनगरों की कई मस्जिदों में इमामों ने वक्फ संशोधन विधेयक को संबोधित किया, जबकि मुसलमानों ने अपील पर ध्यान दिया। मस्जिदों के बाहर क्यूआर कोड, कोड को स्कैन करके अपना फीडबैक भी जेपीसी को भेजें। कुछ मुसलमानों को हाथों में क्यूआर कोड वाला पोस्टर पकड़े देखा गया, जो अन्य मुसलमानों का ध्यान आकर्षित कर रहा था।
बता दें कि जेपीसी को फीडबैक भेजने के लिए सिर्फ 6 दिन बचे हैं, इसलिए अपील की गई कि ज्यादा से ज्यादा फीडबैक संयुक्त संसदीय समिति तक पहुंचाने की कोशिश की जाए. याद रहे कि वक्फ बिल के खिलाफ राय देने की आखिरी तारीख 12 सितंबर तय की गई है. जेपीसी द्वारा जनता की राय मांगे जाने के बाद से ही सभी राष्ट्रीय संगठनों, खासकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा हर स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं और सभी वर्गों को आकर्षित कर मतदान के संबंध में संपर्क किया जा रहा है बोर्ड के सचिव मौलाना उमरीन महफूज रहमानी ने बैठक में विद्वानों और इमामों से बिल के खिलाफ अपने उपदेशों और बयानों के माध्यम से जागरूकता पैदा करने को कहा। यह भी संभव है कि आगे चलकर जन आंदोलन चलाने की जरूरत पड़े।
इन अपीलों के मद्देनजर इमाम ने मदनपुरा, मोमिनपुरा, भायखला, कुर्ला, गोविंदी, चीता कैंप, मालोनी, महम, बांद्रा और विक्रोली आदि कई मस्जिदों में विस्तृत भाषण दिया।