हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, वक्फ बिल के लिए गठित जेपीसी के सदस्य और एमआईएम अध्यक्ष बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि मोदी सरकार वक्फ संपत्तियों की रक्षा नहीं करना चाहती बल्कि मुसलमानों से वक्फ संपत्तियों को छीनना चाहती है के लिए बिल बनाया गया है नागपाड़ा में आयोजित इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एमआईएम मुंबई के अध्यक्ष रईस लश्करिया और पूर्व विधायक वारिस पठान भी मौजूद थे। जब उनसे जेपीसी में वक्फ संशोधन विधेयक के विवरण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चाहे वह संसद की समिति हो या जेपीसी इसके मामले गोपनीय हैं, इसलिए मैं इस संबंध में कुछ नहीं कह सकता, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि मोदी सरकार ने निजी संपत्ति को छीनने और उसे जब्त करने के लिए एक संशोधन विधेयक लाया है।'
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि वक्फ संपत्ति मुसलमानों की निजी संपत्ति है जबकि बीजेपी इसे सार्वजनिक संपत्ति बता रही है जो पूरी तरह से गलत है। भाजपा और आरएसएस द्वारा यह प्रचारित किया जा रहा है कि वक्फ बोर्ड के पास देश में 940,000 एकड़ जमीन है और यह भी फैलाया जा रहा है कि सेना और रेलवे के बाद वक्फ बोर्ड के पास सबसे अधिक संपत्ति है जबकि सच्चाई यह है कि ये सब बातें पूर्णतया झूठ हैं। उनमें कोई सच्चाई नहीं है।