हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मदरसा इल्मिया फातमिया बाग़ मलिक कि निदेशक ने कहा,औरत परिवार की केंद्र बिंदु और महवर होती है और परिवार की बुनियाद उसके चरित्र पर आधारित होती है दुश्मनों का प्रयास यह है कि औरत के स्थान को कमजोर कर परिवार के ढांचे को प्रभावित किया जाए।
श्रीमति मुसवी ने अय्याम-ए-फातिमिया के सिलसिले में आयोजित एक अज़ादारी की तकरीब में मदरसा इल्मिया फातमिया बाग़ मलिक की छात्राओं और स्थानीय महिलाओं को खिताब करते हुए कहा,दुश्मन इस वक्त परिवार में औरत के स्थान को निशाना बना रहा हैं।
उन्होंने कहा,बदकिस्मती से दुनिया में भौतिकतावादी संस्कृति हावी हो चुकी है और पश्चिमी पूंजीवादी प्रणाली अपने मजबूत मीडिया के जरिए अपने विचारों को दूसरों खासतौर पर मुस्लिम देशों में फैलाने की निंदनीय कोशिश कर रही है।
श्रीमति मुसवी ने अपनी तकरीर के दौरान हिजाब के दर्शन को बयान करते हुए कहा,हिजाब पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है और इसे पहली प्राथमिकता दी जानी चाहिए क्योंकि यह हमारी इस्लामी संस्कृति की पहचान है और पश्चिमी संस्कृति के नग्नता के रुझान के खिलाफ एक मजबूत रक्षा भी है।
उन्होंने आगे कहा,दुश्मन ईरान की इस्लामी तरक्की और कामयाबी को पारिवारिक व्यवस्था का नतीजा समझते हैं और औरत जो परिवार की धुरी और केंद्र है इस वक्त उनके निशाने पर है।
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