हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार उल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال امیرالمومنین علیه السلام:
من نَصَبَ نَفسَهُ لِلنّاسِ إماما فعَلَيهِ أن يَبدَأ بِتَعليمِ نَفسِهِ قَبلَ تَعليمِ غَيرِهِ، و ليَكُن تَأديبُهُ بِسيرَتِهِ قَبلَ تَأديبِهِ بِلِسانِهِ
हज़रत इमाम अली (अ) ने फ़रमाया:
जो स्वयं को जनता का नेता घोषित करता है उसे दूसरों को पढ़ाने से पहले अपनी शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए और दूसरों को भाषा सिखाने से पहले अपने चरित्र और व्यवहार को प्रशिक्षित करना चाहिए।
बिहार उल-अनवार: 2/56/33