हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित परंपरा "ग़िरर अल-हिकम" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال امیرالمؤمنين عليه السلام:
مَن تَلَذَّذَ بِمَعاصي اللّه أورَثَهُ اللّه ذُلاًّ
अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली (अ) ने फ़रमाया:
जो कोई परमेश्वर की मासीयत से प्रसन्न होता है, परमेश्वर उसे अपमानित करता है।
ग़िरर अल-हकीम, एच 8823
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