हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,दिल्ली: हुज्जतुल इस्लाम मौलाना कमर हसनैन साहब के वालिद मरहूम सैयद मज़हर अली इब्ने सैयद अली औसत का कल अचानक इंतेकाल हो गया तदफीन आज अंजाम दी गई मरहूम अपनी जिंदगी में नेक, परहेज़गार और दीनी खिदमात के लिए जाने जाते थे। उनका इंतक़ाल न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा नुकसान है।
मरहूम का तआल्लुक एक ऐसे खानदान से था, जिसने हमेशा इंसानियत, इल्म और दीन की खिदमत को अपनी ज़िंदगी का मक़सद बनाया उनकी शख्सियत में नर्मी, मुआफ करने की आदत और दूसरों की मदद करने का जज़्बा कूट-कूट कर भरा हुआ था। मरहूम ने अपने पीछे जो यादें और अच्छाइयां छोड़ी हैं, वे उनके परिवार और चाहने वालों के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत बनी रहेंगी।
इस ग़मगीन मौके पर भारत में नुमाइंदे आयतुल्लाह महदवीपुर,मशहूर आलिम मौलाना तकी नकवी, और दीनी खिदमात में अपनी पहचान रखने वाले मौलाना तसदीक हुसैन जैदपुरी के साथ-साथ कई दीगर उलेमा और मोमिनीन की बड़ी तादाद में मौजूदगी ने मरहूम की अहमियत और उनके लिए लोगों के दिलों में बसे इज़्ज़त और प्यार को बखूबी बयान किया।
तदफीन के दौरान माहौल बेहद ग़मगीन था हर आंख अश्कबार थी और हर जुबान मरहूम के लिए दुआए मग़फिरत कर रही थी। उनके परिवार को भी तसल्ली देने के लिए दूर-दराज से आए लोगों ने अपने जज़्बात का इज़हार किया। यह साबित करता है कि मरहूम का असर लोगों के दिलों और ज़िंदगियों पर कितना गहरा था।
आप सभी से गुज़ारिश है कि मरहूम के लिए नमाज़-ए-वहशत-ए-क़ब्र अदा करें और उनकी रूह को सवाब पहुंचाने के लिए सूरह फातिहा और दुआए मग़फिरत का एहतमाम करें।
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