हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "कमालुद्दीन" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الصادق علیه السلام:
المُنتَظِرُ لِلثّاني عَشَرَ كَالشّاهِرِ سَيفَهُ بَينَ يَدَي رَسولِ اللّه ِ يَذُبُّ عَنهُ
इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने फ़रमाया:
जो व्यक्ति बारहवें इमाम (हज़रत हुज्जत) का इंतज़ार करता है, वह उस व्यक्ति के समान है जो पवित्र पैगंबर (स) के नक्शेकदम पर लड़ता है और अपनी तलवार से उनका बचाव करता है।
कमालुद्दीन, पेज 647
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