हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, मुज्तमेअ उलेमा व ख़ुत्बा मुम्बई ने एक बयान मे शैतान बुज़ुर्ग अमेरिका और इज़रायल की सुप्रीम लीडर की शान मे दुसाहस को उनकी स्पष्ट नाकामी की दलील करार दिया है।
मुज्मतेअ उलेमा व ख़ुत्बा मुम्बई के बयान का पाठ इस प्रकार हैः
وَأُخْرَىٰ تُحِبُّونَهَا ۖ نَصْرٌ مِّنَ اللَّهِ وَفَتْحٌ قَرِيبٌ ۗ وَبَشِّرِ الْمُؤْمِنِينَ व उख़रा तोहिब्बूनहा नसरुम मिनल्लाहे व फ़त्हुन करीबुन व बश्शेरिल मोमेनीना (सूर ए सफ़, आयत न 13)
और एक चीज़ और भी जिसे तुम पसंद करते हो कि अल्लाह की ओर से मदद और फ़त्ह क़रीब है और आप मोमेनीन को बशारत दे दीजिए।
वक़्त का यज़ीद और हिटलर ए ज़मान नेतनयाहू और इजरायल ने इल्लामी जगत और मानवता के नरसंहार से केवल हाथ ही नही बल्कि पूरे वुजूद को खून से रंगीन कर लिया और बच्चो और महिलाओ हत्ता मरीज़ो तक को अपना निशाना बनाया।
अमेरिका और इजरायल की ओर से सुप्रीम लीडर की शान मे दुसाहस करके इन दोनो ने जहा एक तरफ अज्ञानता का मिज़ाज और पस्ती का सबूत दिया वहीं दूसरी तरफ़ यह भी साबित कर दिया कि इनकी यह भोखलाहट इन की स्पष्ट नाकामी की दलील है।
सुप्रीम लीडर दूसरो की तरह से मीडिया और ज़ुलम व इस्तिबदाद के माध्यम बने हुए लीडर नही है बल्कि पूरी दुनइया के बहुत सारे इंसानो के दिलो पर हकूमत करने वाले नेता है।
अदल व इंसाफ़ को दुनिया मे राइज करने की भरपूर कोशिश करने वाले नेता है।
और मानवता की इस्लाह करके उसको कमाल तक पहुंचाने वाले नेता है। इसलिए उनके चाहने वाले केवल ईरान मे ही नही बल्कि पूरी दुनिया मे है, और कैवल मुसलमानो मे ही नही बल्कि हर मज़हब मे है।
मुज्तमेअ उलेमा व ख़ुत्बा मुम्बई अमेरिका और इजरायल की इस हरकत की निंदा करता है और अपने देश और राष्ट्र से यह मांग करता है कि इस मुसलसल हो रहे अतिक्रमण को रोकने की भरपूर कोशिश करें। और अमेरिका और इज़रायल को यह बताना चाहते है कि ज़ुलम कभी सफल नही होता है बल्कि इसका भाग्य केवल विनाश और हक को सफलता कोई रोक नही सकता है।
वस्सलाम
मुज्तमेअ उलेमा व ख़ुत्बा, मुम्बई
आपकी टिप्पणी