हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "वसाइल उश शिया" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الصادق علیه السلام:
اِذا سافَرَ اَحَدُكُم فَقَدِمَ مِن سَفَرِهِ فَليَأتِ اَهلَهُ بِما تَيَسَّرَ.
इमाम सादिक़ (अ) ने फ़रमाया:
जब तुम में से कोई यात्रा पर जाए, तो उसे लौटते समय अपने परिवार के लिए अतः सम्भव कोई न कोई उपहार लाना चाहिए।
वसाइल उश शिया, भाग 8, पेज 227
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