۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
गिरया

हौज़ा / इमाम रज़ा (अ) ने हज़रत अबा अब्दिल्लाहिल हुसैन (अ) के मसाइब पर रोने के सवाब की ओर इशारा किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "वसाइल अल-शिया" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الرضا علیہ السلام:

فَعَلى مِثلِ الحُسَينِ فَليَبكِ الباكونَ؛ فإنَّ البُكاءَ عَلَيهِ يَحُطُّ الذُّنوبَ العِظامَ. ...... كانَ أبي عليه السلام إذا دَخَلَ شَهرُ المُحَرَّمِ لا يُرى ضاحِكا، و كانَتِ الكَآبَةُ تَغلِبُ عَلَيهِ حَتّى تَمضِيَ عَشرَةُ أيّامٍ..

हज़रत इमाम रज़ा अलैहिस सलाम ने फ़रमाया:

जो लोग रोते हैं उन्हें हुसैन (अ) पर रोना चाहिए क्योंकि उनके लिए रोने से बड़े-बड़े पाप मिट जाते हैं। जब मुहर्रम का महीना आता था तो मेरे पिता को हँसते हुए कोई नहीं देखता था। दस दिन बीत जाने तक वह दुःख से डूबे रहते थे।

वसाइल अल शिया, भाग 8 पेज 10, हदीस 394

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