हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "वसाइल उश शिया" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلی اللہ عليه وآله:
مَن ظَلم اَجیراً أَجرَهُ احبَطَ اللهُ عَمَلهُ وَ حرَّمَ عَلیهِ ریحَ الجنة.
पैग़म्बर (स) ने फ़रमाया:
जो कोई किसी मज़दूर पर अत्याचार करता है और उसे उसका हक़ नहीं देता, अल्लाह उसके अच्छे कर्मों को नष्ट कर देगा और उसे जन्नत की खुशबू से वंचित कर देगा।
वसाइल उश शिया, भाग 11, पेज 642
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