शुक्रवार 12 सितंबर 2025 - 06:21
जानबूझकर तीन जुमा की नमाज़ छोड़ने के गंभीर परिणाम

हौज़ा / पैग़म्बर (स) ने एक चेतावनी भरे वृत्तांत में जुमे की नमाज़ में शामिल होने के महत्व पर ज़ोर दिया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी ने निम्नलिखित रिवायत "वसाइल उश शिया" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

پیامبر خدا صلی‌الله‌علیه‌وآله:

مَن تَرَکَ ثلاثَ جُمَعٍ مُتَعَمِّداً مِن غَیرِ عِلَّةٍ طَبَعَ اللّهُ علی قَلبِهِ بخاتَمِ النِّفاقِ

पैग़म्बर (स) ने फ़रमायाः

जो कोई बिना किसी बहाने के जानबूझकर तीन जुमे की नमाज़ छोड़ देता है, अल्लाह उसके दिल पर पाखंड (नेफ़ाक़) की मुहर लगा देगा!

वसाइल उश शिया, भाग 5, पेज 6, हदीस 26

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