हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "नहजुल बलाग़ा" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال امیرالمؤمنين عليه السلام:
ما جالَسَ هذَا القُرآنَ أَحَدٌ إِلّا قامَ عَنهُ بِزِیادَةٍ أَو نُقصانٍ؛ زِیادَةٍ فِی هُدًی أَو نُقصانٍ مِن عَمًی
अमीरुल मोमेनीन (अलैहिस सलाम) ने फ़रमाया:
जो कोई इस क़ुरआन से परिचित हो जाता है, उसे एक चीज़ दी जाएगी और एक चीज़ उससे छीन ली जाएगी:
उसे मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा और उसके हृदय का अंधापन उससे दूर कर दिया जाएगा।
नहजुल बलाग़ा, खुत्बा संख्या 176
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