हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल बलाग़ा " पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार हैं।
:قال الامام العلی علیه السلام
إِنَّما قَلْبُ الْحَدَثِ كَاْلأَرْضِ الْخالِيَةِ مَهْما أُلْقِىَ فيها مِنْ كُلِّ شَى ءٍ قَبِلَتْهُ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
यकीनन नौजवान का दिल उस खाली ज़मीन के जैसा होता है जिसमें जो बीज डाला जाए उसे कबूल कर लेती हैं।
नहजुल बलाग़ा नामा,31