हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी क़ुरआन की 26 आयतों को क़ुरआन से हटाने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं उनके इस कदम का मुसलमानों के सभी फिरको और खासतौर से शिया इस्ना अशरी समाज की ओर से तीव्र निषेध व्यक्त किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि वसीम रिजवी इससे पहले भी बाबरी मस्जिद को लेकर दिए गए बयानों पर काफी निंदा झेलचुके हैं इस संबंध में वरिष्ठ पत्रकार अली रजा आबेदी ने हमारे संवाददाता से बात करते हुए बताया के औरंगाबाद महाराष्ट्र में वसीम रिजवी के खिलाफ जल्द ही पुलिस में एफ आई आर दर्ज की जाएगी।
शियाअसना अशरी समाज वसीम रिज़वी के इस कार्य की घोर निंदा करता है हमारे मरजा आयतुल्लाह सिस्तानी साहाब ने इससे पहले भी बाबरी मस्जिद को लेकर रिजवी के बयानों पर साफ कर दिया था की मस्जिद कयामत तक मस्जिद ही रहेगी इस बार मामला कुरआन को लेकर है जिसके चलते इस्लामी जगत में खलबली सी मच गई है मरजा आयतुल्लाह सिस्तानी ने किसी व्यक्ति विशेष को लेकर तो नहीं लेकिन अपने एक फतवे में पहले ही स्पष्ट कर दिया था कुरआन को लेकर शको शुभा रखने वाला इंसान खारिज ए इस्लाम है।
हिंदुस्तान भर में वसीम रिजवी की मुसलमानों और खास तौर से शिया समाज की ओर से घोर निंदा की जा रही है