हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " कन्ज़ुल उम्माल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم:
ما أعْمالُ العِبادِ كُلِّهِم عِند المُجاهِدينَ في سبيلِ اللّهِ إلاّ كَمِثْلِ خُطّافٍ أخَذَ بمِنْقارِهِ مِن ماءِ البَحرِ
हज़रत रसूल अल्लाह (स.ल.व.व)ने फरमाया:
लोगों के तमाम आमाल राहे खुदा में मुजाहेदीन के जेहाद की निस्बत ऐसे हैं जैसे (जन्नती मेकदार में) कोई दरियाई परिंदा अपनी चोंच से समुद्र से पानी उठाता हैं।
कन्ज़ुल उम्माल ,हदीस नं.10680