हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अलकाफी" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام السجاد علیه السلام
إنَّ اللّهَ خَلَقَ مُحَمَّدا و عَلِيّا و أحَدَ عَشَرَ مِن وُلدِهِ مِن نورِ عَظَمَتِهِ ، فَأَقامَهُم أشباحا في ضِياءِ نورِهِ ، يَعبُدونَهُ قَبلَ خَلقِ الخَلقِ، يُسَبِّحونَ اللّهَ و يُقَدِّسونَهُ و هُمُ الأَئِمَّةُ مِن وُلدِ رَسولِ اللّهِ صلّىالله عليه وآله.
हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
अल्लाह तआला ने हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व., हज़रत अली अलैहिस्सलाम और उनके 11 बेटों को अपने नूर की अज़मत से पैदा किया और उनकी रूहों को अपने नूर की रोशनी में जगह दी, वह मख्लूकात की खिल्कत से पहले अल्लाह तआला की इबादत और उसकी तस्वीह करते थे, और वह रसूल अल्लाह स.ल.व.व.की नस्ल से इमाम हैं।
अलकाफी: भाग 1,पेंज 530,हदीस 6