हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , पाकिस्तान,सेंट्रल जमीयतुल अहले हदीस के डिप्टी अमीर पाकिस्तान ने कहा कि इस्लाम एक आसान धर्म है लेकिन दुर्भाग्य से हम कुरान की शिक्षाओं को नहीं देखते हैं।न ही हम सैय्यदुल मुर्सलिन सादिक और अमीन के जीवन का अनुसरण करते हैं। अल्लाह तआला की तरफ से नाज़िल करदा कुरान मजीद और रसूल अल्लाह की ज़ाते अक्दस हमारे लिए हिदायत है,
सिराज इस्लामिक सेंटर मे खिताब करते हुए डॉक्टर अब्दुल गफूर राशिद ने कहा कि हम रसूल अल्लाह से इश्क और मोहब्बत का दावा करते हैं, मगर नमाज़ रोजे़ की ज़रूरत महसूस नहीं करते, और बगैर नेक आमाल बजा लाए जन्नत में पहुंचना चाहते हैं।
जबकि हम भी मक्का और मदीना जाना चाहते हैं, हमारी एक ख्वाहिश है हम भी मक्का मदीना जाएं लेकिन माहौल इतना खराब है कि नहीं जा सकते, । मस्जिदें बैतुल्लाह की बेटियां हैं, हम उनसे बेखबर हैं, हम उनको आबाद नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा अल्लाह के रसूल अपनी उम्मत को मेराज पर भी नहीं भूले और नमाज़े 50 थी उसको माफ करवा कर 5 करवा दी, मगर हम वह भी नहीं पड़ते, इसी तरह कियामत के दिन रसूल अल्लाह स.ल.व.व. अपनी उम्मात कि बख्शीश के लिए सजदे में गिर जाएंगे और अल्लाह तआला आवाज़ देगा ये रसूल सर उठा ले और जो मांगना चाहता है मांग ले खुदा फरमाए गा,
समाचार कोड: 371204
9 अगस्त 2021 - 13:58
हौज़ा/सेंट्रल जमीयतुल अहले हदीस के डिप्टी अमीर पाकिस्तान ने कहा कि इस्लाम एक आसान धर्म है लेकिन दुर्भाग्य से हम कुरान की शिक्षाओं को नहीं देखते हैं।न ही हम सैय्यदुल मुर्सलिन सादिक और अमीन के जीवन का अनुसरण करते हैं। अल्लाह तआला की तरफ से नाज़िल करदा कुरान मजीद और रसूल अल्लाह की ज़ाते अक्दस हमारे लिए हिदायत है,