हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , अध्यापक हौज़ाये इल्मिया कुम आयतुल्लाह बाकिर मुकद्दीसी ने
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व.कि वफात और हज़रत इमाम हसन अ.स.कि शहादत की मुनासिबत से कहां:हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व और उनकी पवित्र पीढ़ी की पैरवी और अताअत में हमारी निजात है, दुनिया इस वक्त जो मुश्किलों से गुज़र रही है यह सिर्फ तलिमाते इलाही से दूरी की वजह है।
उन्होंने आगें कहा कि इसके परिणामस्वरूप मुसलमानों को हर तरह के अपमान का सामना करना पड़ रहा है,अगर दुनिया में कहीं भी हत्या, लूटपाट और सांप्रदायिकता के अभिशाप में है, तो वह केवल इस्लामी देशों के भीतर है, क्या यूरोप में अलग-अलग संप्रदाय नहीं हैं?
बेशक, इसका उत्तर हां है, लेकिन सांप्रदायिकता क्यों नहीं है क्योंकि वे अच्छी तरह जानते हैं कि समाज का निर्माण और विकास में हैं।
उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि ज़रूरत इस बात की है कि मुसलमान अपने छोटे-छोटे झगड़े छोड़ कर मोहम्मद वा आले मोहम्मद के दिए हुए संदेश और शिक्षा पर अमल करें इससे में हमारी इज्ज़त और दुनिया आखिरत में कामयाबी का ज़रिया हैं।
हम सब मिलकर अल्लाह के बताए हुए रास्ते पर चले तो कभी झगड़ा लड़ाई की नौबत नहीं आएगी.