۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
مولانا سید مشیر حسین

हौज़ा / सैय्यद मुशीर हुसैन की मौत, मिल्लते इस्लामिया के लिए विशेष रूप से सिरसी के लोगों के लिए बहुत बड़ा घाटा है लेकिन अल्लाह के फैसले के सामने कोई चारा नहीं हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, पयाम फाउंडेशन सिरसी के महासचिव और इमामे जुमा मौलाना सैय्यद आफाक आलम जै़दी ने सैय्यद मुशीर हुसैन की मौत पर गहरे रंजो और ग़म का इज़हार करते हुए कहा कि इस दुनिया में जो भी आता है उसको अल्लाह की तरफ जाना है अल्लाह की मर्जी के सामने किसी की नहीं चलती मगर जाने वाला अपने पीछे सबको रोता छोड़ गया हैं।
लेकिन ऐसे लोग भी हैं जो दूर चले जाते हैं और न केवल उनके रिश्तेदार सब को दुखी कर जाते हैं। जाने वाला जब इस दुनिया से चला जाता है तो अतराफ के इलाके भी मातम में तब्दील हो जाते हैं। ऐसे जाने वालों में खातिबे वक्त बड़े खुश मिजाज़ और बहुत ही मिलनसार थे और मीठी ज़बान के मालिक थे और उनका अख्लाफ बहुत अच्छा था हर कोई उनको पसंद करता था। मौलाना सैय्यद मुशीर हुसैन ने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के अलावा, उन्होंने शोक में कई छात्रों और पड़ोसियों को डाल दिया।
निस्संदेह, मौलाना का निधन मिलाते इस्लामिया के लिए एक बहुत बड़ा घाटा है, विशेष रूप से सिरसी के लोगों के लिए, मगर कुदरत के सामने सब मंजूर है सब्र के अलावा कुछ नहीं किया जा सकता।
हम मौलाना के अहले खाना के ग़म में बराबर के शरीक हैं, हम उनके परिवार वालो के साथ अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।

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