हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " तहज़ीबुल अहकाम " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول اللہ صلى الله عليه وآله وسلم
لايَزالُ النّاسُ بِخَيرٍ ما أمَرُوا بِالمَعرُوفِ و نَهَوا عَنِ المُنكَرِ و تَعاوَنُوا عَلَى البِرِّ وَ التَّقوى؛
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
लोग उस वक्त तक खौर और सलामती में होंगे जब तक वह अच्छे कामों का हुक्म और बुरे कामों से रोकते रहेंगे और नेक़ी और परहेज़ गारी में एक दूसरे की मदद करते रहेंगे
तहज़ीबुल अहकाम,भाग 6,पेंज 181