۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
قم المقدسہ میں اردو زبان شعراء کی موجودگی میں جشن صادقین (ع) منعقد

हौज़ा/ जामिया अमीरुल मोमिनीन अ.स.नजफी हाउस मुंबई के क़ुम मे रह रहे कुम छात्रो की अंजुमने मोहिब्बाने आले यासीन की देख रेख मे हज़रत पैग़ंबरे इस्लाम स.ल.व.ल.और हज़रत इमाम जाफर सादिक अ.स.के जन्मदिन के अवसर पर जश्न सादिकैन का आयोजन किया इस जश्न में शोआरा ने बेहतरीन कलाम पेश किए

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,जामिया अमीरुल मोमिनीन अ.स.नजफी हाउस मुंबई के क़ुम मे रह रहे कुम छात्रो की अंजुमने मोहिब्बाने आले यासीन की देख रेख मे हज़रत पैग़ंबरे इस्लाम स.ल.व.ल.और हज़रत इमाम जाफर सादिक अ.स.के जन्मदिन के अवसर पर जश्न सादिकैन का आयोजन किया इस जश्न में शोआरा ने बेहतरीन कलाम पेश किए और महफिल की शुरुआत तिलावते कुराने पाक से हुई और फिर मुख्तलिफ शोअरा ए इकरान ने अपने अशआर पेश किए और महफिल के दौरान हुज्जतुल इस्लाम मौलाना जुल्फिकार हुसैन साहब ने जश्न मे आए हुओ मोमेनीन को संबोधित किया तत्पश्चात गए मिस्रे तरहा पर शोआरा ने बेहतरीन कलाम पेश किए....


दिए गए मिस्रे तरहा इस प्रकार है:


(1) एक शीशे में दो नूर बा हम देख रहे हैं,
(2) एक रूहे रिसालत है एक जाने इमामत है।


महफिल के आखिर में तरही शोरआ और मोमेनीन मे से तीन लोगो के लिए इमाम रज़ा अ.स. की ज़ियारत के लिए कुरआ कशी की गई, जिनके नामो की घोषणा कुरआ के माध्यम से हुई उनको अंजुमने मोहिब्बाने आले यासीन की ओर से इमाम रज़ा अ.स. की ज़ियारत का टिकिट दिया गया।

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