۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
भारतीय छात्र

हौज़ा/ हिंदुस्तान के राज्य उत्तर प्रदेश के जिला प्रयागराज के रहने वाले शिया युवा सैय्यद मासूम रज़ा ने यूक्रेन में फंसे हिंदुस्तानी विद्यार्थियों की मदद करके उनके वतन लौटने में मदद करके मानवता के लिए एक नई मिसाल कायम की हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,भारत के उत्तर प्रदेश के प्रयाग राज के एक शिया युवक सैय्यद मासूम रज़ा ने मानवता के लिए एक नए तरीके से हिंदुस्तानियों की मदद करके यूक्रेन में फंसे भारतीयों को उनके वतन लौटने में मदद की हैं।

सैय्यद मासूम रज़ा कई वर्षों से यूक्रेन में रह रहे हैं और यूक्रेन में बदलते हालात पर उनकी गहरी नज़र थी। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों सैय्यद मासूम रज़ा ने उनकी बहुत मदद की सैय्यद फैसल अब्बास भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े थे और बिना किसी भेदभाव के अपने देशवासियों की मदद की हर संभव उनकी सुरक्षा के लिए खड़े रहे,

सैय्यद मासूम रज़ा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यूक्रेन के हालात बेहद चिंताजनक हैं, हजारों भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं जिन्हें भारतीय दूतावास और भारत सरकार की मदद से भारत लाया जा रहा है।

सैय्यद मासूम रज़ा ने यूक्रेन में मारे गए भारतीय छात्रों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया हैं,और उनके परिवारों की सेवा में संवेदना व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा यूक्रेन में फंसे हमारे भाइयों को उनके परिवारों तक पहुंचने में मदद करने पर हमें गर्व है।

और हम भारत सरकार का आभार व्यक्त करते हैं कि भारतीय दूतावास ने हमें सभी सुविधाएं प्रदान कीं जिनके आधार पर हम सुरक्षित अपने वतन लौट पाए, सैय्यद मासूम रज़ा ने आगे मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने कई भारतीय छात्रों को यूक्रेन छोड़ने में मदद की और उन्हें सुरक्षित एयरपोर्ट पहुंचा दिया.

गौरतलब है कि सैय्यद मासूम रज़ा के साथ 37 छात्रों को हंगरी की सीमा से प्रवेश कर हवाई अड्डे पर पहुंचे जिसका मार्गदर्शन सैयद मासूम रज़ा ने किया था। उनके द्वारा जारी वीडियो में वे अब्बास को धन्यवाद देते नज़र आ रहे हैं।

छात्रों ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन से बाहर निकलने में हमारी सैय्यद मासूम रज़ा ने मदद की और हमें हर खतरे से बचाया. फिलहाल सभी 37 छात्र सुरक्षित भारत पहुंच गए हैं।

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