हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने,मोबाइल फ़ोन में क़ुरआन की आयतों के छूने के हुक्म, के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं।
सवाल: क्या मोबाइल फ़ोन के स्क्रीन पर दिखाई देने वाले क़ुरआन के शब्दों को छूना, उस शख़्स के लिए जो वुज़ू से नहीं है या उस औरत के लिए जो मासिक धर्म में है, जायज़ है?
जवाबः इस सवाल में जिस हालत का उल्लेख है, उसमें वास्तव में क़ुरआन की आयतों नहीं बल्कि मोबाइल के शीशे को छुआ जाता है और इसमें कोई हरज नहीं है।