۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
समाचार कोड: 381300
9 जून 2022 - 20:59
दिन की हदीस

हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में सबसे भारी गुनाह की ओर इशारा किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल बलाग़ा" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:

:قال الامیرالمومنین علیه السلام


اَشَدُّ الذُّنُوْبِ مَا اسْتَهَانَ بِهٖ صَاحِبُهٗ.


हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:


सबसे भारी गुनाह वह है कि जिस गुनाह को अंजाम दिया जाए अंजाम देने वाला उसको हल्का समझें
बिहारूल अनवार हिक्मत नं. 348

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